tag:blogger.com,1999:blog-39857036773106090412024-03-18T07:11:41.017+05:30सीएनएसस्वास्थ्य अधिकार एवं सतत विकास पर केन्द्रितrahulhttp://www.blogger.com/profile/14007921282962042047noreply@blogger.comBlogger1285125tag:blogger.com,1999:blog-3985703677310609041.post-87715754192949662642024-03-06T18:21:00.016+05:302024-03-16T09:09:07.920+05:30इस पुरुष प्रधान समाज में आप वह महिला बनें जो आप बनना चाहती हैं[English] "एक जज का बेटा वकील है, और इस वकील का पिता एक इंस्पेक्टर है। फिर जज कौन है?" एक प्रशिक्षण कार्यशाला में जब यह सवाल पूछा गया तो कई प्रतिभागी जवाब देने में असमर्थ रहे। हमारे पित्रात्मक समाज में गहरी जड़ें जमा चुके जेंडर आधारित पूर्वाग्रह और रूढ़िवादिता के चलते शायद बहुतों ने यह सोचा तक नहीं कि एक महिला माँ के साथ-साथ जज भी हो सकती है!भारतीय संविधान का अनुच्छेद 14 अपने सभी नागरिकों को Bobby Ramakanthttp://www.blogger.com/profile/14445845987054316424noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3985703677310609041.post-48902100378891819312024-02-08T14:44:00.010+05:302024-02-12T11:38:31.706+05:30तम्बाकू उद्योग को ज़िम्मेदार ठहरा कर हरजाना वसूलने का निर्णय ले सकती हैं सरकारेंपेरू में हो रही वैश्विक तम्बाकू नियंत्रण संधि की अंतर-देशीय बैठक में, तम्बाकू उद्योग को मानव जीवन, मानव स्वास्थ्य, और पर्यावरण को क्षति पहुँचाने के लिए ज़िम्मेदार ठहराने और हरजाना वसूलने का महत्वपूर्ण मुद्दा केंद्र में है। हर साल, तम्बाकू के कारण 80 लाख से अधिक लोग मृत और लाखों लोग जानलेवा बीमारियों से ग्रसित होते हैं। हृदय रोग, कैंसर, दीर्घकालिक श्वास संबंधी रोग, मधुमेह, टीबी, आदि अनेक ऐसे रोग Bobby Ramakanthttp://www.blogger.com/profile/14445845987054316424noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3985703677310609041.post-45167409993812700822023-12-25T17:23:00.016+05:302023-12-28T16:49:19.750+05:302023 ने दी टीबी उन्मूलन को एक कतरा उम्मीद पर चुनौती अनेक[English] विश्व स्वास्थ्य संगठन की नवीनतम वैश्विक टीबी रिपोर्ट 2023 (जो पिछले महीने ही जारी हुई है) के अनुसार, एक साल में अब तक के सबसे अधिक नये टीबी रोगियों की पुष्टि पिछले साल ही हुई है। 2022 में 75 लाख से अधिक लोगों को टीबी से ग्रसित पाया गया - जो पिछले सालों की तुलना में अब तक की सबसे अधिक संख्या है। हालाँकि दुनिया में कुल अनुमानित टीबी रोगियों की संख्या पिछले साल 1.06 करोड़ थी - साफ़ ज़ाहिर Bobby Ramakanthttp://www.blogger.com/profile/14445845987054316424noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3985703677310609041.post-10791445116689616522023-12-10T12:01:00.010+05:302023-12-15T15:53:21.754+05:30बढ़ती ऑनलाइन महिला हिंसा बन रही चुनौती[English] आज के समय में अनेक मानवीय संपर्क, ऑनलाइन स्थानों पर हो रहे हैं। जैसे-जैसे इंटरनेट और मोबाइल प्रौद्योगिकियाँ, तथा सोशल मीडिया हमें सुलभ होते जा रहे हैं, हमारे वास्तविक जीवन की कई गतिविधियाँ यहीं होने लगी हैं। हम में से बहुत से लोग अपने घरों से बाहर निकले बिना भी राय साझा करने, विचारों का आदान-प्रदान करने, अपना ज्ञान बढ़ाने और मनोरंजन खोजने के लिए वर्चुअल / ऑनलाइन ज़रियों को सुरक्षित और Bobby Ramakanthttp://www.blogger.com/profile/14445845987054316424noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3985703677310609041.post-64875093450246142262023-11-26T13:15:00.014+05:302023-12-13T14:38:02.339+05:30महिलाओं के लिए श्रम और प्रवास को सुरक्षित और न्यायोचित न बनाने का अब कोई बहाना नहीं[English] अर्थ व्यवस्था में महिला प्रवासी श्रमिक एक बड़ा योगदान देती आ रही हैं परंतु वे स्वयं अनेक प्रकार की लैंगिक और योनिक हिंसा और शोषण का शिकार होती हैं। उनके श्रम और प्रवास को सुरक्षित और न्यायोचित बनाने के जो भी प्रयास हुए हैं वे नाम मात्र और असंतोषजनक हैं।किसी भी समाज में महिलाओं के साथ हिंसा और शोषण मानवाधिकारों का सबसे विकृत उल्लंघन है। समाजवादी गांधीवादी विचारक डॉ राम मनोहर लोहिया Bobby Ramakanthttp://www.blogger.com/profile/14445845987054316424noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3985703677310609041.post-29893452548817504812023-11-18T17:13:00.010+05:302023-11-24T12:44:59.856+05:30दवाओं के दुरुपयोग से साधारण संक्रमण हो रहे लाइलाजजो दवाएँ हमें रोग या पीड़ा से बचाती हैं और अक्सर जीवनरक्षक होती हैं, यदि हम उनका दुरुपयोग करेंगे तो वह रोग उत्पन्न करने वाले कीटाणु पर असर नहीं करेंगी और रोग लाइलाज तक हो सकता है। यदि दवाएँ बेअसर हो जायेंगी तो ऐसे में, रोग के उपचार के लिए नयी दवा चाहिए होगी, और यदि नई दवा नहीं है तो रोग लाइलाज हो सकता है। अनेक ऐसे गंभीर और साधारण संक्रमण हैं जिनका इलाज मुश्किल होता जा रहा है क्योंकि दवाओं का Bobby Ramakanthttp://www.blogger.com/profile/14445845987054316424noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3985703677310609041.post-52499717476305152502023-10-24T08:28:00.002+05:302023-10-24T08:29:51.924+05:30[वीडियो - दूरदर्शन] स्तन कैंसर: केजीएमयू प्रोफ़ेसर (डॉ०) पूजा रमाकांत से स्तन कैंसर जागरूकता माह में विशेष साक्षात्कारBobby Ramakanthttp://www.blogger.com/profile/14445845987054316424noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3985703677310609041.post-46369572883935541812023-10-10T21:03:00.009+05:302023-10-20T15:41:42.808+05:30मेघालय में अनेक रोग का "जिस दिन जाँच, उसी दिन इलाज" शुरू होना हुआ संभवजब तक, सर्वोत्तम स्वास्थ्य सेवा आम-जनमानस तक नहीं पहुँचेगी, तक तब सबका स्वास्थ्य सबका विकास कैसे मुमकिन होगा? अक्सर, जहां सर्वोत्तम स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध है, वहाँ तक अधिकांश ज़रूरतमंद नहीं पहुँच पाते। मेघालय के पश्चिम जान्तिया हिल्स ज़िले के थडलसकींस ब्लॉक में, अनेक सरकारी कार्यक्रमों की साझेदारी से आयोजित अनोखे स्वास्थ्य मेले में एकत्रित स्वास्थ्य सेवा संभव हो सकी।अंतर-विभागीय तालमेल और साझेदारीBobby Ramakanthttp://www.blogger.com/profile/14445845987054316424noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3985703677310609041.post-29871524446125260232023-08-29T14:28:00.016+05:302023-12-25T19:57:04.515+05:30जब तक हर संभावित टीबी-रोगी को पक्की जाँच नहीं मिलेगी तब तक टीबी उन्मूलन कैसे होगा?[English] यदि टीबी उन्मूलन का सपना आगामी 28 महीने में साकार करना है तो यह आवश्यक है कि हर संभावित टीबी-रोगी को बिना-विलंब पक्की जाँच मिले, सही प्रभावकारी इलाज मिले, और देखभाल और सहयोग मिले जिससे कि वह सफलतापूर्वक अपना इलाज पूरा कर सके। ऐसा करने से संक्रमण के फैलाव पर भी विराम लगेगा। यदि टीबी से जूझ रहे लोगों को पक्की जाँच नहीं मिलेगी या उसके बाद सही इलाज नहीं मुहैया कराया जाएगा, तो न केवल वह Bobby Ramakanthttp://www.blogger.com/profile/14445845987054316424noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3985703677310609041.post-16856000449901036922023-06-19T09:18:00.017+05:302023-08-28T07:07:19.548+05:30देशों के शीर्ष नेताओं की कथनी और करनी में अंतर क्यों?[English] विश्व के सभी देशों के शीर्ष नेता आगामी सितंबर 2023 को न्यू यॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासम्मेलन में भाग लेंगे जहां टीबी पर दूसरी संयुक्त राष्ट्र उच्च स्तरीय बैठक भी होगी। टीबी पर प्रथम उच्च स्तरीय बैठक 2018 में हुई थी (जिसमें शामिल होने का सौभाग्य मुझे भी मिला था) जब देशों के शीर्ष नेताओं ने एक "राजनीतिक घोषणापत्र" जारी करके अनेक वायदे किए थे जो 2022 तक पूरे करने थे। पर इन सभी वायदों परBobby Ramakanthttp://www.blogger.com/profile/14445845987054316424noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3985703677310609041.post-7271889351474658682023-03-16T16:56:00.009+05:302023-03-18T06:26:44.750+05:30एचआईवी सेल्फ-टेस्ट बिना विलंब एड्स कार्यक्रम में शामिल हो[English] गर्भावस्था, डायबिटीज, कोविड-19 आदि के सेल्फ़-टेस्ट (आत्म-परीक्षण) भारत में उपलब्ध हैं और जन स्वास्थ्य और विकास के प्रति सकारात्मक योगदान दे रहे हैं। एचआईवी सेल्फ-टेस्ट को भी उपलब्ध करवाना चाहिए जिससे कि जन स्वास्थ्य के लिए अपेक्षित लाभ मिल सके।एचआईवी सेवाएँ मिलने के लिए जो ‘प्रवेश द्वार’ है वह एचआईवी टेस्ट है। भारत में हर 4 में से 1 एचआईवी के साथ जीवित व्यक्ति को यह पता ही नहीं है कि Bobby Ramakanthttp://www.blogger.com/profile/14445845987054316424noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3985703677310609041.post-14762456001215972252023-02-22T20:29:00.010+05:302023-02-24T10:24:18.449+05:30 कोविड-19 टीकाकरण: प्रशंसा की गूंज में कहीं महत्वपूर्ण सीख न खो जाए[English] इस बात में कोई दो राय नहीं हो सकती कि कोविड-19 टीकाकरण ऐतिहासिक रहा है। एक साल से कम समय में टीके के शोध को पूरा कर के, टीकाकरण वैश्विक स्तर पर इस गति से पहले कभी नहीं हुआ था। दुनिया (कुल आबादी 8 अरब) में 13 अरब से अधिक खुराक लग चुकी हैं, भारत में ही 2 अरब से अधिक खुराक लग चुकी हैं पर अधिकांश गरीब देशों में बड़ी आबादी को एक खुराक मुहैया नहीं। वैश्विक टीकाकरण अभियान में अनेक त्रुटियाँ Bobby Ramakanthttp://www.blogger.com/profile/14445845987054316424noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3985703677310609041.post-52791121909028942322023-02-03T19:17:00.010+05:302023-02-09T10:16:10.149+05:30कैंसर बढ़ाने वाले कारणों पर बिना विराम लगाये कैसे होगी कैंसर रोकधाम?भारत समेत दुनिया के सभी देशों ने वादा किया है कि 2025 तक कैंसर दरों में 25% गिरावट आएगी परंतु हर साल विभिन्न प्रकार के कैंसर से ग्रसित होने वाले लोगों की संख्या और कैंसर मृत्यु दर में बढ़ोतरी होती जा रही है। कैंसर बढ़ेंगे क्यों नहीं जब कैंसर का ख़तरा बढ़ाने वाले कारणों पर विराम नहीं लग रहा है। अनेक कैंसर जनने वाले कारण ऐसे हैं जिनपर रोक के बजाय उनमें बढ़ोतरी हो रही है।संयुक्त राष्ट्र सतत विकास Bobby Ramakanthttp://www.blogger.com/profile/14445845987054316424noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3985703677310609041.post-51022729057006921792022-11-26T15:16:00.009+05:302023-11-19T08:17:30.706+05:30जो दवाएँ रोग से हमें बचाती हैं क्या हम उन्हें बचा पायेंगे?कोविड-19 महामारी के दौरान यह हम सबको स्पष्ट हो गया है कि ऐसा रोग, जिसका इलाज संभव न हो, उसका स्वास्थ्य, अर्थ-व्यवस्था और विकास पर कितना वीभत्स प्रभाव पड़ सकता है। दवाएँ हमें रोग या पीड़ा से बचाती हैं और अक्सर जीवनरक्षक होती हैं परंतु उनके अनावश्यक और अनुचित दुरुपयोग से, रोग उत्पन्न करने वाला कीटाणु, प्रतिरोधकता विकसित कर लेता है और दवाओं को बेअसर कर देता है। दवा प्रतिरोधकता की स्थिति उत्पन्न होनेBobby Ramakanthttp://www.blogger.com/profile/14445845987054316424noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3985703677310609041.post-13767780342957498842022-10-05T06:41:00.013+05:302023-08-29T14:30:01.641+05:30ज़ीनिक्स शोध: दवा-प्रतिरोधक टीबी का इलाज बेहतर हुआ सम्भव[English] पिछले माह प्रकाशित "ज़ीनिक्स" (ZeNix) शोध के नतीजों ने यह सिद्ध कर दिया है कि दवा प्रतिरोधक टीबी का इलाज सिर्फ़ 6 महीने में हो सकता है (वर्तमान में अक्सर जिसमें 20-24 महीने या अधिक लगते थे), और इलाज की सफलता दर 40% - 50% से बढ़ कर 93% तक हो सकती है। इससे भी ज़्यादा ज़रूरी तथ्य यह है कि इस नए शोध में इस्तेमाल हुई दवाओं के कारण विषाक्तता बहुत कम हुई है।दवा-प्रतिरोधक टीबी क्या है?जब Bobby Ramakanthttp://www.blogger.com/profile/14445845987054316424noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3985703677310609041.post-31587245915909466842022-08-27T16:04:00.010+05:302022-08-31T04:51:47.325+05:30जब 8 घंटे में हेपटाइटिस जाँच-पश्चात इलाज शुरू हो सकता है तो क्यों लगते हैं हफ़्तों?[English] भारत के मणिपुर राज्य के हेपटाइटिस और एचआईवी से प्रभावित समुदाय ने वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं के साथ महत्वपूर्ण बात साबित कीः हेपटाइटिस की जाँच और इलाज आरम्भ करने के मध्य 8 घंटे 12 मिनट के औसत समय से अधिक नहीं आना चाहिए। उन्होंने शोध के ज़रिए यह मणिपुर में कर के दिखाया कि जिस दिन व्यक्ति हेपटाइटिस जाँच करवाने आती/ आता है, उसी दिन सभी जाँच प्रक्रिया पूरी करके, यदि वह पॉज़िटिव है तो, इलाज Bobby Ramakanthttp://www.blogger.com/profile/14445845987054316424noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3985703677310609041.post-34589652199535678522022-08-21T19:22:00.008+05:302022-08-27T16:13:53.569+05:30 आख़िर क्यों एचआईवी के साथ जीवित लोग एक महीने से निरंतर आंदोलनरत हैं?[English] एक महीने से अधिक हो गया है और एचआईवी के साथ जीवित लोग, राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के कार्यालय के बाहर अनिश्चितक़ालीन धरने पर हैं। 21 जुलाई 2022 से यह लोग दिन-रात यहाँ निरंतर शांतिपूर्वक ढंग से बैठे हुए हैं। इनकी माँग स्पष्ट है कि एचआईवी दवाओं की कमी दूर हो, और नियमित एक-महीने की खुराक हर एचआईवी के साथ जीवित व्यक्ति को मिले जब वह अस्पताल दवा लेने जाए।भारत सरकार की 2018 Bobby Ramakanthttp://www.blogger.com/profile/14445845987054316424noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3985703677310609041.post-6820070035749350682022-08-04T12:18:00.006+05:302022-08-04T12:20:32.041+05:30गृह ए में जलवायु न्याय" प्रकाशन विमोचित 29 जुलाई 2022 को, मांट्रीऑल, कनाडा में आयोजित विश्व के सबसे बड़े एड्स अधिवेशन (24वीं इंटरनेशनल एड्स कॉन्फ़्रेन्स) में, एरो (एशियन पैसिफ़िक रीसॉर्स एंड रीसर्च सेंटर फ़ॉर वूमेन) और सीएनएस ने संयुक्त रूप से, "गृह ए में जलवायु न्याय" प्रकाशन को एक विशेष सत्र में विमोचित किया। इस प्रकाशन को डाउनलोड करने के लिए, यहाँ क्लिक करेंBobby Ramakanthttp://www.blogger.com/profile/14445845987054316424noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3985703677310609041.post-59966726233818837462022-08-01T05:52:00.011+05:302022-08-05T05:55:45.356+05:30एड्स उन्मूलन कैसे होगा यदि सरकारें अमीर देशों पर निर्भर रहेंगी?इस बात में कोई संशय नहीं है कि स्वास्थ्य-चिकित्सा क्षेत्र में तमाम नवीनतम तकनीकी, जैसे कि वैक्सीन, जाँच प्रणाली, दवाएँ, आदि अमीर देशों में विकसित हुए हैं। 4 दशकों से अधिक हो गए हैं जब एचआईवी से संक्रमित पहले व्यक्ति की पुष्टि हुई थी। यदि मूल्यांकन करें तो एचआईवी से प्रभावित समुदाय के निरंतर संघर्ष करने की हिम्मत, और विकासशील देशों (जैसे कि भारत) की जेनेरिक दवाएँ, टीके आदि को बनाने की क्षमता न Bobby Ramakanthttp://www.blogger.com/profile/14445845987054316424noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3985703677310609041.post-14975379498904070012022-07-29T14:33:00.022+05:302022-08-04T12:20:32.041+05:30जो लोग जलवायु आपदा का सबसे तीव्रतम प्रभाव झेलते हैं वहीं जलवायु नीति-निर्माण से क्यों ग़ायब हैं?[English] पैसिफ़िक क्षेत्र के द्वीप देश, फ़िजी की मेनका गौंदन ने कहा कि पैसिफ़िक महासागर (प्रशांत महासागर) दुनिया का सबसे विशाल सागर है परंतु भीषण जलवायु आपदाएँ भी यहीं पर व्याप्त हैं। पैसिफ़िक क्षेत्र के द्वीप देशों ने जलवायु को सबसे कम क्षति पहुँचायी है परंतु जलवायु आपदा का सबसे भीषण कुप्रभाव इन्हीं को झेलना पड़ रहा है। प्रशांत महासागर का तापमान बढ़ रहा है जिसके कारणवश जल-स्तर में बढ़ोतरी हो Bobby Ramakanthttp://www.blogger.com/profile/14445845987054316424noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3985703677310609041.post-66252546835757049972022-07-23T11:11:00.019+05:302022-08-22T06:52:04.717+05:30एचआईवी-दवाओं की कमी के कारण लोग अनिश्चितक़ालीन धरने पर[English] दिल्ली-स्थित सरकारी राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संस्था के कार्यालय के बाहर, अनेक एचआईवी के साथ जीवित लोगों ने 21 जुलाई 2022 से अनिश्चितक़ालीन धरना आरम्भ कर दिया है। देश में अनेक स्थानों पर, पिछले 5-6 महीनों से 'दाउलतग्रविर (dolutegravir) एंटीरेट्रोवाइरल दवा और बच्चों की एचआईवी दवाओं की कमी बनी हुई है। इसीलिए एचआईवी के साथ जीवित लोगों की माँग है कि एंटीरेट्रोवाइरल दवाओं की आपूर्ति ऋंखला Bobby Ramakanthttp://www.blogger.com/profile/14445845987054316424noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3985703677310609041.post-55687022273995248142022-06-05T10:48:00.007+05:302022-06-05T11:01:47.523+05:30क्यों जरूरी है, "केवल एक पृथ्वी" नारे की प्रति हमारी जागरूकताप्रत्यक्षा सक्सेना5 जून 2022, विश्व पर्यावरण दिवस पर विशेषहर साल की तरह इस वर्ष भी पर्यावरण की तरफ़ आम जन की जागरूकता बढ़ाने के लिए, पर्यावरण दिवस ५ जून को पूरे विश्व मे मनाया जा रहा है। वर्ष 1973 से शुरू हुए पर्यावरण दिवस में उस समय कुल 143 देशों ने भागेदारी की। इसमें कई सरकारी, सामाजिक और व्यावसायिक लोग, सांसद, महापौर एवं अन्य प्रतिष्ठित लोग पर्यावरण की सुरक्षा, समस्या, समाधान आदि विषयों पर बात Bobby Ramakanthttp://www.blogger.com/profile/14445845987054316424noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3985703677310609041.post-48975458951974360312022-06-04T13:42:00.012+05:302022-06-07T11:41:57.986+05:30एकीकृत स्वास्थ्य के बिना स्वास्थ्य सुरक्षा कैसी?[English] इंडोनेशिया में ६-७ जून २०२२ को जी-२० (G20) देशों के स्वास्थ्य कार्य समूह की दूसरी बैठक होगी। इस बैठक से पूर्व, एशिया-पैसिफ़िक देशों के अनेक शहरों के स्थानीय नेतृत्व ने (जिनमें महापौर, सांसद, आदि शामिल थे), एकीकृत स्वास्थ्य (One Health) प्रणाली की माँग की है जो मानव स्वास्थ्य, पशु स्वास्थ्य और पर्यावरण के अंतर-सम्बंध को समझते हुए, साझेदारी में क्रियान्वित हो। अनेक स्थानीय प्रशासन के Bobby Ramakanthttp://www.blogger.com/profile/14445845987054316424noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3985703677310609041.post-26791528947845557172022-05-30T11:44:00.018+05:302024-02-08T14:54:33.107+05:30तम्बाकू उद्योग की कोविड वैक्सीन को क्या सरकारें अस्वीकार करेंगी?दुनिया की सबसे बड़े तम्बाकू उद्योग ने कोविड वैक्सीन बनायी है। क्या सरकारों को जनता के पैसे से, तम्बाकू उद्योग की वैक्सीन ख़रीदनी चाहिए या इस उद्योग को हर साल तम्बाकू से होने वाली 90 लाख लोगों की मौत और करोड़ों लोग जो हृदय रोग, कैन्सर, मधुमेह, पक्षाघात से झेलते हैं, उसके लिए ज़िम्मेदार और जवाबदेह ठहराना चाहिए? कनाडा-स्थित मेडीकागो कम्पनी, जिसमें विश्व की सबसे बड़ी तम्बाकू कम्पनी फ़िलिप मोरिस Bobby Ramakanthttp://www.blogger.com/profile/14445845987054316424noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3985703677310609041.post-46778168619124433802022-04-19T15:00:00.017+05:302022-10-05T07:37:12.332+05:30दवा-प्रतिरोधक टीबी: क्या नवीनतम जाँच-इलाज सभी जरूरतमंदों तक पहुँच रहे हैं?[English] दवा-प्रतिरोधक टीबी सम्बंधित जाँच और इलाज में जो शोध पिछले दशक में हुए हैं वह निसंदेह सराहनीय हैं। पर क्या हम इन नवीनतम पक्की जाँच से हर दवा-प्रतिरोधक टीबी से ग्रसित व्यक्ति को चिन्हित कर पा रहे हैं? क्या हम हर जरूरतमंद की नवीनतम बेहतर उपचार से इलाज कर पा रहे हैं?विश्व स्वास्थ्य संगठन की वैश्विक टीबी रिपोर्ट के अनुसार, लगभग पाँच लाख में से डेढ़ लाख लोगों की हम जाँच कर पाए और इलाज प्रदान Bobby Ramakanthttp://www.blogger.com/profile/14445845987054316424noreply@blogger.com